दीवाना याद करेगा
सरकार शाह-ए-मीराँ ! सरकार शाह-ए-मीराँ !
सरकार शाह-ए-मीराँ ! सरकार शाह-ए-मीराँ !
दीवाना याद करेगा, दीवाना याद करेगा
दीवाना याद करेगा
क्या शान है शाह-ए-मीराँ की
लौटा न कोई ख़ाली दर से
ये आल है शाह-ए-जीलाँ की
रौज़े पर अब्र-ए-करम बरसे
हैं मीराँ वलियों के सुलतान
घराना इन का ‘अज़ीमुश्शान
दीवाना याद करेगा, दीवाना याद करेगा
दीवाना याद करेगा
तो रंज-ओ-अलम के तूफ़ाँ से
क्यूँ मेरा दिल घबराता है
है निस्बत हमारी मीराँ से
अशरफ़ से हमारा नाता है
करेंगे वो हम पर एहसान
तो होगी हर मुश्किल आसान
दीवाना याद करेगा, दीवाना याद करेगा
दीवाना याद करेगा
सरकार रईस-ए-मिल्लत का
इस दौर में कोई नहीं सानी
दामन को थाम ले उन का जो
बनता है अशरफ़ी मीराँनी
न होंगे मीराँनी हैरान
रईस-ए-अशरफ़ का फ़रमान
दीवाना याद करेगा, दीवाना याद करेगा
दीवाना याद करेगा
अरमान है मेरा बरसों से
मीराँ की ज़ियारत हो जाए
आ जाएँ, निज़ामी ! ख़्वाब में
कुछ ऐसी ‘इनायत हो जाए
जो देखे इन का रुख़-ए-ज़ीशान
तो आ जाए जान में जान
दीवाना याद करेगा, दीवाना याद करेगा
दीवाना याद करेगा