Key Considerations Before Investing in Gold | Investment Tips

Key Considerations Before Investing in Gold

 

 

 

नमस्कार दोस्तों BarkateRaza.com पर आपका स्वागत है

मेरा नाम है Rayaz.

 

सोना एक ऐसा
investment option है जिसके साथ

हमारी भावनाएँ भी जुडी होती है
हम लोग देश में जब भी कोई

त्यौहार होता है धनतेरस हो गया
या दिवाली हो गयी जब भी हम लोगों

को लगता है कि सोने में थोड़ा
बहुत तो निवेश करना चाहिए लेकिन

समझदार वो होते है जो सोने में
निवेश करते है अपना दिमाग लगाकर.


 

 

तो चलिए आज के
post में हम लोग इन discuss

करते हैं कि सोना खरीदते वक्त दस
कौनसी अहम चीजें हैं जो आपको

ध्यान में रखना चाहिए ताकि आपको
सोने का सबसे बेहतरीन मूल्य

मिले। तो चलिए बिना किसी देरी के
सीधा पॉइंट पर आते हैं।

 


 

सोने का प्राइस क्या है?

 

सबसे

पहली चीज जो आपको ध्यान में रखनी
है वो ये है कि सोने का प्राइस

क्या है? आप किस कीमत पर सोने को
खरीद रहे हैं? ज्यादातर cases

में लोगों का मानसिकता ये होती
है कि जब सोने के दाम बढ़ रहे

होते हैं तब हम लोग तुरंत भागते
हैं जा के सोना खरीदते हैं हमको

लगता है कि यार और बढ़ेगा लेकिन
वो अच्छा वक्त नहीं होता है। जब

भी किसी भी चीज का प्रोडक्ट का
दाम अगर बढ़ रहा है growing में

है तो वो ख़राब टाइम होता है
किसी भी चीज में निवेश करने का

निवेश आपको तब करना चाहिए जब कोई
भी चीज नीचे गिर रही है सोने का

दाम अगर नीचे गिर रहा है कम हो
रहा है तब जाकर आपको सोना खरीदना

चाहिए और आपको सोने का सबसे
बेहतरीन प्राइस तभी मिलता है।

 


 

gold की purity को check करना

 

 

दूसरी जो चीज आपको ध्यान में
रखनी है वो ये है कि आपको gold

की purity को check करना है अगर
gold pure है basically twenty

four कैरेट gold pure gold
कहलाता है लेकिन twenty four

कैरेट का gold बहुत सॉफ्ट भी
होता है तो twenty four कैरेट से

बनी हुई गोल्ड ज्वेलरी बहुत
ज्यादा नाजुक होती है बहुत

ज्यादा delicate होती है बहुत
डैमेज हो जाती है बहुत जल्दी से

टूट जाती है. लेकिन उसके बजाय
अगर आप ट्वेंटी टू कैरेट का

गोल्ड खरीदते हैं तो उसमें
बेसिकली ट्वेंटी टू परसेंट गोल्ड

होता है और टू परसेंट उसमें
सिल्वर या कोई अन्य मेटल होता है

जो कि गोल्ड को थोड़ा सा सॉलिड
बनाता है. और ड्यूरेबल बनाता है.

तो डेफिनेटली आप जितना प्योर
गोल्ड खरीदेंगे उतना अच्छा आपको

दाम मिलेगा. इन फ्यूचर अगर आप
बेचने जाएंगे तो अगर आप ट्वेंटी

टू खरीदते हैं. तो भले इस वक्त
आप पैसे बचा रहे हैं. लेकिन आने

वाले वक्त में जब आप बेचने
जाएंगे तो आपको ज्यादा अच्छा

कीमत नहीं मिलेगा. तो ये सारे
फैक्टर्स को आपको ध्यान में रख

के ही किसी भी अच्छे गोल्ड
ओर्नामेंट या गोल्ड बिस्किट का

चुनाव करना चाहिए.


 

hallmark किया हुआ गोल्ड ही खरीदना

 

 

तीसरी चीज जो
काफी crucial होती है वो ये है

कि आपको hallmark किया हुआ गोल्ड
ही खरीदना चाहिए. hallmark क्या

होता है आपको लग रहा होगा.
Hallmark basically जैसे हम लोग

कोई भी हिंदुस्तानी product
खरीदने जाते हैं इंडिया में तो

आईएसआई mark जैसे हम लोग ढूंढते
हैं ना आईएसआई मार्क के बहुत

सारे advertisements आते हैं
टीवी में वैसे ही आपको अगर आप

कोई खानेपीने का सामान खरीदने
जा रहे हैं तो वो एसएसएआई का

द्वारा प्रमाणित होना चाहिए तब
जा के आपको उसे खरीदना चाहिए

basically वो फ़ूड सेफ्टी
सिक्योरिटी ऑफ़ इंडिया का

एसोसिएशन जो होता है वो बताता है
कि हाँ ये खाने लायक या फिर

आईएसआई बताता है कि ये चीज use
करने लायक है उसी तरह से

hallmark आपको बताता है कि ये जो
gold है ये अच्छा है pure है

खरीदने लायक है आपको इसे खरीदना
चाहिए तो अगर आपको hallmark नहीं

दिख रहा है gold jewelry में तो
आपको उसमें पैसे नहीं लगाना

चाहिए क्योंकि वो हो सकता है
आपके साथ ठगी हो रही हो.


 

making charge

 

making

charge जो चौथी चीज काफी crucial
होती है वो basically ये दिखाता

है कि making charge basically
अगर आपने मान लीजिए gold की

jewellery खरीदी है gold के कंगन
खरीदे हैं झुमके खरीदे हैं तो

उसको आपको वो उस दाम में नहीं
बेचेगा जिस दाम का है मान लीजिए

कि आज की तारीख में एक तोला सोना
पचास हजार रुपए का है अगर आप एक

तोले के कंगन खरीदने के लिए जा
रहे हैं तो definitely वो आपको

पचास हजार रुपए में तो नहीं देगा
वो आपको ज्यादा कीमत में देगा

क्योंकि उसके कारीगर में उस
गोल्ड के दस ग्राम के गोल्ड को

कंगन में तब्दील किया है तो उनकी
मेहनत लगी है तो वो जो उनका

मजदूरी होती है वो मेकिंग चार्ज
हम लोग लेते हैं लेकिन ये जो

मेकिंग चार्ज होता है ना जब आप
गोल्ड को बेचने के लिए जा रहे

हैं तब आपको नहीं मिलता है उसका
फायदा तो अगर आपने एक तोले कंगन

अह साठ हजार रुपए में खरीदे हैं
तो जब आप उसे बेचने जाएंगे तो है

कि आपको अगर उस वक्त भी पचास
हजार रुपए का ही सोने का अगर दाम

है तो आपको साठ हजार रुपए नहीं
मिलेंगे क्योंकि आपने making

charge की वजह से उतना pay किया
था तो इस बात को consider करिएगा

ध्यान में रखिएगा कोशिश करिएगा
कि कम से कम making charge वाले

gold की ही instrument में आप
पैसा लगाए ताकि आप जब बेचने जाए

तो आपको अच्छी से अच्छी कीमत
उसकी मिले.

 


 

options of buying gold

 

 

पाँचवी जो चीज आपको

यहाँ पर ध्यान में रखनी है वो ये
है कि options of buying gold आज

बहुत सारे आ गए है traditionally
हम लोग हमेशा सुनार की दुकान से

जा के gold खरीदते थे लेकिन आज
इसकी जरूरत नहीं है आज आप बहुत

सारे ऐप्स में भी सोना खरीद सकते
हैं. आप बहुत सारे बैंक्स में जा

के गोल्ड के कॉइंट खरीद सकते
हैं. आप जो बहुत सारी गोल्ड

फाइनेंस कंपनीज आ गई हैं जैसे
मुथुट गोल्ड, मनोपुरम गोल्ड वहां

पर जाकर आप गोल्ड खरीद सकते हैं.
बहुत सारी गोल्ड की जो मतलब वो

कंपनीज होती है ना जो कि बेसिकली
आपको गोल्ड के बदले में पैसे

देती है. वो वाली कंपनी से भी
जाके आप गोल्ड खरीद सकते हैं. तो

अलगअलग ऑप्शन आ गए हैं जो
बेसिकली आपको और ज्यादा बेहतर

वाइडर चॉइस दे रहे हैं. आपके पास
में अब आपके पास चॉइस है कि आपको

इनमें से किसका चुनाव करके कहाँ
पर आपको सबसे अच्छे दाम मिल रहे

वहाँ से आप जाकर खरीदें हो सकता
है कि सुनार आपको हर बार अच्छी

कीमत ना दे। ऐसे में आप इन सारे
विकल्पों का चुनाव कर सकते हैं

जो कि regulated हैं जो कि
authorised हैं और आपको बेहतरीन

कीमत देने का वादा भी करते हैं।

 


 

ease of selling

छठी जो चीज आपको ध्यान में रखनी

है वो ये है कि खरीदते वक्त तो
आपको जो कोई भी गोल्ड आराम से

मिल जाएगा लेकिन ease of selling
वहाँ पर हो रही है या नहीं हो

रही है यानी कि अगर आप कल के दिन
उस गोल्ड को बेचने के लिए जाएंगे

तो क्या आपको किसी भी तरह की
परेशानी का सामना करना पड़ेगा।

कहते हैं कि सुनार के पास से अगर
आप गोल्ड खरीदते हैं तो ऐसे

सुनार के पास से खरीदिए कि जहाँ
पर आप उसे जाकर बेच सके और अगर

आप गोल्ड ज्वेलरी खरीद रहे हैं
तो definitely आप एक अच्छा

decision नहीं ले रहे हैं
क्योंकि अगर आप उसे अपने पर्पस

के लिए पहनने के लिए ले रहे हैं
तो ये ठीक है लेकिन अगर आप

investment purpose से ले रहे
हैं तो definitely आपको यहाँ पर

अच्छे returns अच्छे मुनाफे नहीं
मिलेंगे जब आप उसे बेचने जाए

क्योंकि गोल्ड को सुनार कभी भी
पिघला देते हैं तो आपकी कितनी भी

नायाब नक्काशी वाली अगर ज्वेलरी
हो तो वो आपको उसका उतना रेट

नहीं मिलेगा क्योंकि उसको
ultimately उस ज्वेलरी के नकाशी

से मतलब नहीं है उनको उस सोने से
मतलब है जो कि ज्वेलरी को बनाने

में इस्तेमाल हुआ था तो आप कोशिश
करें कि ऐसी जगह पर बेचे जहां पर

आपको अच्छा दाम मिले.


 

 

 

अपने गोल्ड
का अगली जो चीज आपको ध्यान में

रखनी है वह यह है कि आपको गोल्ड
बहुत ज्यादा ध्यान रखना है आज

गोल्ड पांच पॉइंट पांच ग्राम से
भी मतलब अवेलेबल हो चूका है

लोगों को ज्यादा से ज्यादा
इन्वेस्टमेंट के बारे में

अवेयरनेस आई है और डेफिनेटली
गोल्ड एक ऐसा इन्वेस्टमेंट का

सोर्स है जोकि मार्केट जब नीचे
जा रहा होता है तब लोग गोल्ड की

तरफ कूद पड़ते हैं तो आज गोल्ड
मतलब पॉइंट फाइव परसेंट एक ग्राम

पांच ग्राम ग्राम, दस ग्राम
अलगअलग denominations में

available है. तो आपकी सहूलियत
के हिसाब से, आपके पॉकेट के

हिसाब से, आपके बजट के हिसाब से
आपको जितने का गोल्ड खरीदना है,

आपको उतने का गोल्ड में अच्छे
वाले गोल्ड को देखकर आप निवेश कर

सकते हैं ताकि आपको कल के दिन
अगर आप उसे बेचने भी जाएं तो

आपको इन सारे फैक्टर्स का फायदा
मिल सके. इन टर्म्स ऑफ सेलिंग द

गोल्ड.


 

अच्छा डिस्काउंट

 

आठवीं जो चीज यहाँ पर
आपको ध्यान में रखनी है. गोल्ड

खरीदते वक्त वो ये है कि आपको
हमेशा गोल्ड खरीदना चाहिए जब

अच्छा डिस्काउंट मिल रहा हो तब.
बहुत सारे फेस्टिवल्स के दौरान

के दौरान या बहुत सारे ऐसे
अलगअलग तरह occasions जब आते

हैं, त्यौहार आते हैं, रिपब्लिक
डे, इंडिपेंडेंस डे आता है तो

बहुत सारे जो बड़े पॉपुलर
ज्वेलरी स्टोर्स हैं हमारे देश

के वो लोग आपको काफी कमाल के ऑफर
देते हैं, इन इवन धनतेरस के

दौरान जितने भी ये फोन पे,
पेटीएम वगैरह ऐप्स हैं, ये भी

आपको काफी अच्छे ऑप्शन्स दे रहे
थे गोल्ड खरीदने में, आपको

डिस्काउंट्स भी दे रहे थे ऑनलाइन
खरीदने पर तो आपको हमेशा इस तरह

के वक्त में ही गोल्ड में निवेश
करना चाहिए क्योंकि रेगुलर वक्त

में तो कोई भी ले लेता है लेकिन
समझदार इंसान वो होता है जो कि

ऐसे डिस्काउंट्स के वक्त ही
अच्छे से परचेस करता है और

ज्यादा हद तक अपने पैसे आता है.
अगला जो पॉइंट है यहाँ पर जो

काफी crucial होता है कि आप
गोल्ड किस फॉर्म में खरीद रहे

हैं? आपको लग रहा होगा कि ये
क्या बोल रहा है? Gold तो बस

ज्वेलरी के फॉर्म में आता है ना.
Well, gold आज बहुत अलगअलग

forms में आता है. गोल्ड आजकल
इलेक्ट्रॉनिक फॉर्म में भी आता

है. गोल्ड आज बिस्कुट्स की तरह
आते हैं, गोल्ड आज पॉइंट्स की

तरह आते हैं, गोल्ड आज ज्वेलरी
की तरह आते हैं. आप गोल्ड ईटीएस

में लगा सकते हैं. गोल्ड वाले
mutual funds में भी पैसे लगा

सकते हैं. तो आपको यहाँ पर ये
आपके ऊपर है. अगर आप चाहते हैं

कि आप गोल्ड में निवेश करना
चाहते हैं लेकिन आपको उसकी

सिक्योरिटी का headache नहीं
करना है. मान लीजिए आप एक है

अपने पीजी में अपने दोस्तों के
साथ रहते हैं और आपको नहीं लग

रहा है कि यार मैं गोल्ड खरीद के
लाकर घर पे रखूँ, रूम पे रखूँ तो

आप एक गोल्ड फंड में निवेश कर
सकते हैं, आप गोल्ड वाले

म्यूच्यूअल फंड में निवेश करते
हैं, आप गोल्ड सेविंग स्कीम में

निवेश कर सकते हैं, आप गोल्ड
बांड में भी निवेश कर सकते हैं

और अच्छे खासे गोल्ड के साथसाथ
रिटर्न्स कमा सकते हैं.

 


 

अपनी जरूरत के हिसाब से गोल्ड खरीदना

 

 

और आखरी

और सबसे जरूरी चीज जो आपको ध्यान
में रखनी है वो ये है कि आपको

हमेशा अपनी जरूरत के हिसाब से
गोल्ड खरीदना चाहिए. अगर आप अपने

पर्सनल यूज के लिए गोल्ड ले रहे
हैं तो डेफिनेटली आप जितना मर्जी

हो उतना गोल्ड ले सकते हैं लेकिन
अगर आप इन्वेस्टमेंट पर्सपेक्टिव

से गोल्ड ले रहे हैं. तो आपके
इन्वेस्टमेंट पर्सपेक्टिव का

आपने इन्वेस्टमेंट पोर्टफोलियो
का गोल्ड का जो हिस्सा है या

गोल्ड का जितना भी आज शेयर है वो
दस परसेंट से ज्यादा नहीं होना

चाहिए. मान लीजिए कि आपके पास एक
लाख रुपए हैं जो आपको निवेश करने

हैं. तो अगर आप एक यंगस्टर हैं
पच्चीसछब्बीस साल के आसपास के

युवक हैं तो यहाँ पर आपको इस तरह
से डिवाइड करना चाहिए. उस एक लाख

रुपए का एक बड़ा चंक साठ हजार
रुपए के आसपास आपको लगाना चाहिए

इक्विटीज में या फिर इक्विटी
बेस्ड म्यूच्यूअल फंड में. उसके

बाद जो बचा हुआ तीस परसेंट है वो
लगाना चाहिए debts में यानी कि

अलगअलग तरह के debt funds हो गए
हैं गवर्नमेंट bonds हो गए हैं

एफडी schemes हो गई है पीपीएफ
वगैरह होगा जो कि secure

investment options है वहाँ पर
अब जो दस percent बच गया है उस

पाई chart का वो basically आपको
लगाना चाहिए gold में आप gold

में भी आप कहाँ पर लगा सकते हैं
आप gold के funds में ईटीएफ

वगैरह में लगा सकते हैं आप
golden bonds में लगा सकते हैं

आप physical gold खरीद सकते हैं
electronic gold खरीद सकते हैं

तो अपनी necessary के हिसाब से
आपको gold में निवेश करना चाहिए

ऐसा नहीं कि मतलब gold का दाम कम
हो गया तो चलो कूद पड़ते हैं

पूरे के पूरे एक लाख रुपए खरीद
लिया ये विचारधारा गलत है.

 


 

 

तो

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किए हैं तो हम definitely उसको
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