Kismat Meaning

Kismat Meaning     The term “Kismat” or “Qismat” is derived from the Arabic word “Qismah” and is commonly used in languages such as Bengali, Hindi, Urdu, Persian, and Turkish. It carries the meaning of “fate” or “destiny” and is often associated with the belief that events in a person’s life are predetermined and controlled … Read more

टुकड़े किये क़मर के तो सुरज फिरा दिया Lyrics

टुकड़े किये क़मर के तो सुरज फिरा दिया Lyrics   टुकड़े किये क़मर के तो सुरज फिरा दिया । आक़ा ने कंकरी को भी कलमा पढ़ा दिया ।। मूसा भी कोहे तूर पे ना देख पाए जो रब ने तुम्हे वो जलवा खुद ही दिखा दिया । करते थे जिसमें होने की फरियाद अंबिया रब … Read more

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर   बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर प्यारे नबी ने जीना सिखाया बा-ख़ुदा ! इन्सां हम को बनाया पेहनाया अख़लाक़ो-ईमां का ज़ेवर नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर आया है … Read more

बे तलब भीक यहाँ मिलती है आते जाते

मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा   मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा मरहबा मरहबा मरहबा मुस्तफ़ा हम अपने नबी पाक से यूँ प्यार करेंगे हर हाल में सरकार का मीलाद करेंगे जश्ने-विलादत की रौनक़ पे यारों मरते हैं सुन्नी मरते रहेंगे अपने नबी की अज़मत का चर्चा करते हैं सुन्नी करते रहेंगे कुछ जलने वाले देखके केहते हैं … Read more

अली नूं याद करो

अली नूं याद करो   अली नूं याद करो रल के फ़रियाद करो है ग़रीबां दा एहो आसरा क्यूँ अक़ीदत से न मेरा दिल पुकारे या अली ! जिस के हैं मौला मुहम्मद उस के हैं मौला अली अली मौला, अली मौला, अली दम दम अली मौला, अली मौला, अली दम दम अली मौला, अली … Read more

एक ख़्वाब सुणावां पुरनूर फ़िज़ावां

एक ख़्वाब सुणावां पुरनूर फ़िज़ावां   एक ख़्वाब सुणावां, पुरनूर फ़िज़ावां आक़ा दा मुहल्ला, जिवें अर्शे मुअ़ल्ला कदी आण फ़रिश्ते, कदी जाण फ़रिश्ते साढ़े अज़लों जुड़ गए आक़ा नाल रिश्ते ओ करमां वाला वेड़ा पलकां नाल चुम्दा जावां एक ख़्वाब सुणावां, पुरनूर फ़िज़ावां या नबी सलाम अलयक या रसूल सलाम अलयक रब ले गया मैनूं … Read more

मरने की है तमन्ना ना जीने की आरजू

मरने की है तमन्ना ना जीने की आरजू   मरने की है तमन्ना ना जीने की आरजू ! दश्ते नबी से जाम को पीने की आरजू ! ईस बेखुदी के साथ निकल जाऐ मेरा दम, गलियो में यार की ये कमीने की आरजू ! हुस्न तो मिल गया है युसूफ को दोस्तो, फुलो को मुुस्तफा … Read more

आख़री उम्र में क्या रौनके-दुनियां देखूं

आख़री उम्र में क्या रौनके-दुनियां देखूं   आख़री उम्र में क्या रौनके-दुनियां देखूं अब तो बस एक ही धुन है के मदीना देखूं अब तो बस एक ही धुन है… जालियां देखूं के दीवारो-दरो-बामे-हरम अपनी मअज़ूर निगाहों से मैं क्या क्या देखूं अब तो बस एक ही धुन है के मदीना देखूं अब तो बस … Read more