आसियो को दर तुम्हारा मिल गया NAAT LYRICS
आसियो को दर तुम्हारा मिल गया NAAT LYRICS आसियो को दर तुम्हारा मिल गया बे-ठिकानो को ठिकाना मिल गया फज़ले रब से फिर कमी किस बात की मिल गया सब कुछ जो तैबा मिल गया खशफे रोज़े मर रहानि यूँ हुआ तुम मिले तो हक़ तआला मिल गया उनके दर … Read more