इस करम का करूँ शुक्र कैसे अदा जो करम मुझ पे मेरे नबी कर दिया
इस करम का करूँ शुक्र कैसे अदा जो करम मुझ पे मेरे नबी कर दिया इस करम का करूँ शुक्र कैसे अदा जो करम मुझ पे मेरे नबी कर दिया मैं सजाता था सरकार की महफ़िलें मुझ को हर ग़म से रब ने बरी कर दिया ज़िक्र-ए-सरकार की हैं बड़ी बरकतें मिल गईं राहतें … Read more