LUTI KARBALA ME NABI KI NISHANI NAAT LYRICS

LUTI KARBALA ME NABI KI NISHANI NAAT LYRICS अली का दुलारा वो ज़हरा का जानी नहीं जिसका तारीख़ में कोई सानी, ज़मीं आसमां इस लिए रो रहे हैं लुटी कर्बला में नबी की निशानी। ज़मीं आसमां इस लिए रो रहे हैं लुटी कर्बला में नबी की निशानी.. अली फ़ातिमा की निगाहों का तारा चला रन … Read more