MERI ULFAT MADINE SE YOUN HI NAHI NAAT LYRICS

MERI ULFAT MADINE SE YOUN HI NAHI NAAT LYRICS   मेरी उल्फत मदीने से यूँ ही नहीं, मेरे आक़ा का रोज़ा मदीने में है मैं मदीने की जानिब न कैसे खींचूं, मेरा दीन और दुनिया मदीने में है मेरी उल्फत मदीने से यूँ ही नहीं, मेरे आक़ा का रोज़ा मदीने में है फ़िर मुझे मौत … Read more