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Mujh Pe Kyon Bund Karte Paani Noha Lyrics

Mujh Pe Kyon Bund Karte Paani Noha Lyrics

 

मुझ पे क्यूँ बंद करते हो पानी

Mujh Pe Kyon Bund Karte Paani Noha Lyrics

गायक: सईद मुहम्मद अली शन्वार, सईद मुहम्मद अली जी

या हुसैन
या हुसैन
या हुसैन
या हुसैन

 

मेरा नाना नबी

मेरी मां सईयदा

मेरा बाबा अली

मेरा भाई हसन

हम ही हैं पंजातांन
हम ही हैं पंजातांन

 

मेरी क्या है ख़ता ….
मेरी क्या है ख़ता ..

मेरी क्या है ख़ता
मेरी क्या है ख़ता

 

मुझ पे क्यूँ बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूँ बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

मेरे नाना ने कलमा सिखाया , और कुरआन तुमको सुनाया
मेरे नाना ने कलमा सिखाया , और कुरआन तुमको सुनाया

क्या मैं नाना का साया नहीं हूं
क्या मैं नाना का साया नहीं हूं

क्या मैं नाना का साया नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

वो मदीना जहाँ मेरा घर है, और मस्जिद में उस घर का दर हैं
वो मदीना जहाँ मेरा घर है, और मस्जिद में उस घर का दर हैं

क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं
क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं

क्या मैं उस घर में खेला नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

चक्कियां पीस कर माँ ने पाला, मुझको नाना ने झूला झुलाया
चक्कियां पीस कर माँ ने पाला, मुझको नाना ने झूला झुलाया

अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं

अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं
अपना बचपन मैं भूला नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

कमली वाले के लब चूमता था, कितना प्यारा मेरा बचपना था
कमली वाले के लब चूमता था, कितना प्यारा मेरा बचपना था

क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं

क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं
क्या मैं उनका दुलारा नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

मैं जो पानी कभी मांगता था, क्यूं तड़पती थी माँ अब मैं समझा
मैं जो पानी कभी मांगता था, क्यूं तड़पती थी माँ अब मैं समझा

पास असग़र के जाता नहीं हूं

पास असग़र के जाता नहीं हूं
पास असग़र के जाता नहीं हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

मैं जो चाहूं बरस जायें बादल, खूं में डूबा नज़र आये मकतल
मैं जो चाहूं बरस जायें बादल, खूं में डूबा नज़र आये मकतल

जंग करने मैं आया नही हूं

जंग करने मैं आया नही हूं
जंग करने मैं आया नही हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मैं मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मैं मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

इक सदा थी ए रेहान ओ सरवर, कह रहे थे हुसैन इब्ने हैदर
इक सदा थी ए रेहान ओ सरवर, कह रहे थे हुसैन इब्ने हैदर

क्या मैं मेहमान आया नही हूं

क्या मैं मेहमान आया नही हूं
क्या मैं मेहमान आया नही हूं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूं
क्या मैं ज़हरा का जाया नहीं हूंं

क्या नबी का नवासा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

मुझ पे क्यूं बंद करते हो पानी
क्या मुह़म्मद का प्यारा नहीं हूं

 

या हुसैन
या हुसैन
या हुसैन

 

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