NAARE TAKBEER ALLAH HU AKBAR HINDI NAAT LYRICS

NAARE TAKBEER ALLAH HU AKBAR HINDI NAAT LYRICS

 

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

प्यारे नबी ने जीना सिखाया
बा-ख़ुदा ! इन्सां हम को बनाया
पेहनाया अख़लाक़ो-ईमां का ज़ेवर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

खुद भी जियो, जीने दो सभी को
इज़ा न पहुंचाओ खुद से किसी को
इस्लाम का ये है दर्से-मुनव्वर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

मीज़ां पे आक़ा हम को बचाना
दामन में अपने हम को छुपाना
इतना करम या शाफ़-ए-महशर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

सच्चे सदा अक़वाल हमारे
सीधे सदा आ’माल हमारे
तब होगा रब महेरबान हम पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

राहे-ख़ुदा मे घर को लुटाए
दीने-नबी पे सर को कटाए
उक़्बा की दौलत लुटे हैं भर भर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

सिद्दिक़ो-फ़ारूक़ो-उस्मानो-हैदर
असहाबो-अज़्वाजो-शब्बीरो-शब्बर
इन सब का एहसां है हम सब पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बग़दादी मयख़ाना चलता रहेगा
अजमेरी प्याला छलकता रहेगा
नूरी मियां देंगे बरकाती सागर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

नज़्मी को आक़ा से फैज़ मिला है
और हसनैनी जाम इसने पिया है
नज़्मी गुलामे-गुलामाने-हैदर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

बातिल ने जब जब बदले हैं तेवर
आया है तब तब मेरी ज़ुबां पर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर
नारा-ए-तकबीर अल्लाहु अकबर

शायर: नज़्मी मियां

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