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शबे बरात की नमाज़ का तरीका Shab e Barat Namaz Ka Tarika Shab E Barat Ki Raat Ki Namaz Nafil Ka Tarika Hindi shab e barat namaz padhne ka tarika in Hindi

इस्लाम में हर रात और दिन इबादत की रात है क्योंकि जाने अनजाने में हम से न जाने क्या क्या गुनाह हो जाते होंगे लेकिन शबे बरात की रात की बहुत ही अहमियत है क्यों की इस रात को अल्लाह पाक, आने वाले साल की पूरा लेखा जोखा लिख कर रख देता है

शबे बरात की नमाज़ का तरीका Shab e Barat Namaz Ka Tarika
शबे बरात की नमाज़ का तरीका

आज शबे बरात की नमाज़ का तरीका हिंदी में इसलिए बताया जा रहा है जिससे हम अपने गुनाहों की मांफी इस रात को नमाज पढ़कर अल्लाह पाक से मांग सके

अल्लाह पाक से रो रो कर उसकी बारगाह में दुआं के लिए हाथ उठाकर दुआ करनी चाहिए जिससे हमारे गुनाह मांफ हो जाए क्योकि अल्लाह पाक ही साड़ी कायनात का मालिक है, अल्लाह की जात ही रिज्क देना वाला है जिंदगी और मौत उसी के हाथ में है

शबे बरात की नमाज़ | Shab e Barat Namaz

  • शाबान महीने के बारें अल्लाह के रसूल ﷺ ने फरमाया
  • शाबान मेरा महीना और रमजान अल्लाह का महीना है
  • इस महीने में एक रात ऐसी रात है जो बहुत ही बरकत वाली है
  • इस नमाज को यानी शबे बरात की नमाज़ को पढ़ने के लिए सबसे पहले नियत करते है
  • उसके बाद शबे बरात की नमाज़ की 6 रकत नमाज को 2,2,2 रकात करके पढ़ना है
  • नमाज की नियत यानी शबे बरात की नमाज़ की नियत कैसे करना है आगे जाने

शबे बरात नमाज़ की नियत | Shab e Barat Namaz Ki Niyat

कोई भी नमाज पढ़ने के लिए सबसे पहले नमाज की नियत की जाती है ऐसे में Shab e Barat Namaz शबे बरात की नमाज़ की नियत सबसे पहले करें जो निम्नवत है:-

नियत की मैंने दो रकअत शबे बरात की नफ़्ल नमाज की खास वास्ते अल्लाह तआला के मुंह मेरा काबा शरीफ की तरफ अल्लाह हू अकबर

Shab e Barat Namaz Ki Niyat

शबे बरात की नमाज़ का तरीका | Shab e Barat Namaz Ka Tarika

  • सबसे पहले शबे बरात की 2 रकात नमाज की नियत करें
  • नियत का तरीका पहले ही बताया दिया गया है
  • इसके बाद अल्लाह हू अकबर कहकर हाथ को बाँध लें
  • फिर आप अन्य नमाज़ में नफ़्ल अदा करते है उसी तरह से नफ़्ल नमाज़ अदा करें
  • नमाज़ मुकम्मल होने बाद 21 मर्तबा सूरह इखलास
  • फिर एक मर्तबा सूरह यासीन की तिलावत करें
  • अगर आप दो लोग साथ में नमाज पढ़ते हो तो
  • 21 मर्तबा सूरह इखलास के बाद जब सूरह यासीन पढ़ने का वक्त आयें
  • तो दोनों में से कोई भी एक सूरह यासीन की तिलावत बुलंद आवाज में कर सकता है
  • दुसरा व्यक्ति उस आवाज को यानी सूरह यासीन को एकदम खामोशी से सुनेगा
  • इस तरह से शबे बरात की पहली दो रकात नमाज अदा कर ली गई
  • अब आगे …………..क्लिक से
  • अभी नमाज मुकम्मल नहीं हुई है इसको आगे लिंखना बाकी है …………………………… …………..

[Dua] शबे बरात की दुआ | Shab e Barat Dua

अल्लाहुम्मा सल्ले अला सय्येदिना मुहम्मदिव व अला आलि सय्येदिना मुहम्मदिन कमा सललेता अला सय्येदिना इब्राहिम व अला आलि सय्यदीना इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद अल्लाहुम्मा बारिक अला सय्येदिना मुहम्मदिव व अला आलि सय्येदिना मुहम्मदिन कमा बारकता अला सय्येदिना इब्राहिम व अला आलि सय्यदीना इब्राहिम इन्नक हमीदुम मजीद

Dua] शबे बरात की दुआ | Shab e Barat Ki Dua

Shab e Barat Namaz Ka Tarika Full in Hindi Main Dua

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