Ali ka qadeeda Savere Savere Lyrics
Ali ka qadeeda Savere Savere Lyrics मुसल्ले पे मैंने अली का क़सीदा ज्यूँ ही गुन-गुनाया सवेरे सवेरे ख़ुदा की क़सम फिर इबादत का मुझको बड़ा लुत्फ़ आया, सवेरे सवेरे जो शह की मवाद्दत ने हुर्र झंझोड़ा तो उसने भी ग़फ़लत के (बिस्तर को छोड़ा) तो खुद आफ़ताब ए शहादत ने उसका मुक़द्दर जगाया, … Read more