KOI GUL BAAKI RAHEGA NA CHAMAN REH JAYEGA NAAT LYRICS

KOI GUL BAAKI RAHEGA NA CHAMAN REH JAYEGA NAAT LYRICS   कोई गुल बाक़ी रहेगा न चमन रह जाएगा पर रसूलुल्लाह का दीन-ए-हसन रह जाएगा कोई गुल बाक़ी रहेगा नय चमन रह जाएगा पर रसूलुल्लाह का दीन-ए-हसन रह जाएगा हम-सफ़ीरो बाग़ में है कोई दम का चहचहा बुलबुलें उड़ जाएँगी, सूना चमन रह जाएगा अतलस-ओ-कमख़्वाब … Read more