Shab e Barat Lyrics

Shab e Barat Lyrics shab e barat lyrics नएरंग हैं अजूबा-ए-कुदरत शबे बरात अल्लाह वालों के लिए रह़मत शबे बरात शाबान की है पन्दरह तारीख की ये शब क़ुर्बान हर तरहां से जिस पर की फ़ज़्ले रब दर-अस्ल है ये रह़मतों बख्शिश का ख़ास दर जिसके कमाल-ए-फ़ज़्ल से बाक़िफ़ हर बशर फ़ज़्ले ख़ुदा का होता … Read more