Imdaad Kun Imdaad Kun – Hindi Lyrics
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे-ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
तेरे हाथ में हाथ मैंने दिया है
तेरे हाथ है लाज या ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे-ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
निकाला है पेहले तो डूबे हुवों को
और अब डूबतों को बचा ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
भंवर में फंसा है सफीना हमारा
बचा ग़ौसे-आज़म, बचा ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
क़सम है के मुश्किल को मुश्किल न पाया
कहा हमने जिस वक़्त या ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
मुरीदों को ख़तरा नहीं बहरे-ग़म से
के बेड़े के हैं नाख़ुदा ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
कहे किस से जाकर हसन अपने दिल की
सुने कौन तेरे सिवा ग़ौसे-आज़म
इमदाद कुन, इमदाद कुन, अज़ बन्दे ग़म आज़ाद कुन
दर दीनो-दुनिया शाद कुन, या ग़ौसे-आज़म दस्तगीर
शायर:
मौलाना हसन रज़ा खान
नातख्वां:
ओवैस रज़ा क़ादरी