Mere Aaqa Mere Moula Mujhe Taiba Bula Lije Lyrics
Mere Aaqa Madine mein Muje bhi ab bula lijiye
Tarasti hein Meri Aankhein Muje Roza dikha dijiye
Mahekti hein Wo Rahein Jinse Aaqa Aap hein Guzre
Muje bhi Un Gali Kuchon mein Rehne ki Jagaah Dijiye
Ladi Sanson ki Ye Aaqa na Jaane kab bikhar jaye
Bula lijiye Madine Aur Kadmon mein basa lijiye
Dukhon ne gair rakha hai Gamon ki Dhup hai Sar par
Thikaana Gumbade Khazra ke Saaye mein ata kijiye
Mawaja Samne ho Jis hadi Ye Dam nikal jaye
Baqi-e-Paak hi Aaqa Mera Madfan bana dijiye
Akidat se bhi la Nalayn Jis Dar Saiyyeda aayi
Mujhe bhi Saiyedo Shohda ki Wo chokhat dikha dijiye
Kabhi Mein Jhaliyan thamun Basa kar Panjatan Dil mein
Ali o Fatima Hasanain ka Sadqa ata kijiye
Sitaaron Kehkashaon se Madine ki Gubaar achchhi
Muyassar ho agar Kaatib to Aankhon se laga lijiye
हिंदी (Hindi) :
मेरे आक़ा मदीने में मुझे भी अब बुला लीजिये
तरसती हैं मेरी आँखें मुझे रोज़ा दिखा दीजिये
महेक्ति हैं वो राहें जिनसे आक़ा आप हैं गुज़रे
मुझे भी उन गई कूचों में रहने की जगह दीजिये
लड़ी साँसों की ये आक़ा न जाने कब बिखर जाए
बुला लीजिये मदीने और क़दमों में बसा लीजिये
दुखों ने गैर रक्खा है ग़मों की धुप है सर पर
ठिकाना गुम्बदे ख़ज़रा के साये में अत कीजिये
मवाजा सामने हो जिस गाड़ी ये दम निकल जाए
बक़ी-इ-पाक ही आक़ा मेरा मद्फ़न बना दीजिये
कभी में जालियां थामूं बसा कर पंजतन दिल में
अली ओ फातिमा , हसनैन का सदक़ा अत कीजिये
सितारों कहकशाओं से मदीने की गुबार अच्छी
मुयस्सर हो अगर कातिब तो आँखों से लगा लीजिये
मेरे आका मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
Mere Aaqa Mere Moula Mujhe Taiba Bula Lije Lyrics
Naat Khwan: Ghulam Mustafa Qadri
For English Lyrics Click Here
बुला लीजे, बुला लीजे मेरे मौला
बुला लीजे, बुला लीजे मेरे मौला
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरी बेचैन आंखों को
मेरी बेचैन आंखों को हरा गुम्बद दिखा दीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मदीना जब कोई जाता है तो दिल मेरा रोता है
बुला लीजे मुझे भी अब
बुला लीजे मुझे भी अब मेरे आक़ा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
तवाफ़-ए-खाना-ए-काबा करुं ऐसा करम कर दो
हरम के या रसूलल्लाह
हरम के या रसूलल्लाह मिनारें भी दिखा दीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
ग़िलाफ़े खाना-ए-काबा पकड़ कर रोऊं जी भरकर
सुनाऊं हाले दिल अपना
सुनाऊं हाले दिल अपना वो लम्हा तू अ़ता कर दे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मैं चाहता हूँ मुफ़लिसी जाने नहीं देती
ख़ुदा के वास्ते आक़ा
ख़ुदा के वास्ते आक़ा मेरी ग़ुरबत मिटा दीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
ना जाने कब फ़रिश्ता मौत का आ जाए ऐ आक़ा
खुदारा मौत से पहले
खुदारा मौत से पहले मुझे रौज़ा दिखा दीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
कबूतर देख लूं ऐ काश मैं शहरे मदीना के
ऐ आक़ा गुशलने तैबा के
ऐ आक़ा गुशलने तैबा के बुलबुल भी दिखा दीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
तमन्ना है ग़ुलामे मुस्तफ़ा की और आसिम की
बकी-ए-पाक में मदफ़न
बकी-ए-पाक में मदफ़न हमे आक़ा अता कीजे
मेरे आका, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे
मेरे आक़ा, मेरे मौला मुझे तैबा बुला लीजे