Mustafa E Zaat E Yakta Aap Hain Lyrics In Hindi
MUSTAFA E ZAAT E YAKTA AAP HAIN NAAT LYRICS
मुस्तफ़ा-ए-ज़ात-ए-यकता आप हैं
यक ने जिस को यक बनाया, आप हैं
आप जैसा कोई हो सकता नहीं
अपनी हर ख़ूबी में तन्हा आप हैं
आब-ओ-गिल में नूर की पहली किरन
जान-ए-आदम, जान-ए-हव्वा आप हैं
हुस्न-ए-अव्वल की नुमूद-ए-अव्वलीं
बज़्म-ए-आख़िर का उजाला आप हैं
ला-मकाँ तक जिस की फैली रौशनी
वो चराग़-ए-‘आलम-आरा आप हैं
नाज़िश-ए-‘अर्श-ओ-वक़ार-ए-‘अशियाँ
साहिब-ए-क़ौसैन-ओ-अदना आप हैं
आप की तल’अत ख़ुदा का आईना
जिस में चमके हक़ का जल्वा, आप हैं
आप को रब ने किया अपना हबीब
सारी ख़ल्क़त का ख़ुलासा आप हैं
आप की ख़ातिर बनाए दो जहाँ
अपनी ख़ातिर जो बनाया, आप हैं
आप से ख़ुद आप का साइल हूँ मैं
जान-ए-जाँ ! मेरी तमन्ना आप हैं
आप की तल’अत को देखा, जान दी
क़ब्र में पहुँचा तो देखा आप हैं
बर दरत आमद गदा बहर-ए-सुवाल
हो भला अख़्तर का, दाता आप हैं
शायर:
अख़्तर रज़ा ख़ान
Mustafa e zaat e yakta aap hain
Yak ne jisko yak banaya aap hain
Aabo gil mai noor ki pehali kiran
Jane aadam jane hawwa aap hain
Mustafa e zaat e yakta…………………….
Aapko rabne kiya apna habib
Sari khalkat ka khulasa aap hain
Mustafa e zaat e yakta…………………….
Ja tui jana karare ja tui
Jane jan jane masiha aap hain
Mustafa e zaat e yakta…………………….
Aap se khud aap ka sahil hu main
Jan ja meri tamanna aap hain
Mustafa e zaat e yakta…………………….
Bar darad aamad daga bahre salaam
Ho bhala ‘akhtar’ ka data aap hain
Mustafa e zaat e yakta…………………….