Ramzan Sab Ke Liye Naat Lyrics
रमज़ान सब के लिये / Ramzan Sab Ke Liye
माह-ए-रमज़ान, माह-ए-रमज़ान
इफ़्तार करा कर, इफ़्तार करेंगे
रोज़ा तो है सब का ये याद रखेंगे
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
मो’मिन की है पहचान, पड़ता रहे क़ुरआन
रोज़ा हमारी शान, सजा है दस्तरख़्वान
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
दुख दर्द का दरमान है, हमदर्द है रमज़ान
मोमिन क्यों परेशान है, हमदर्द है रमज़ान
इफ़्तार-ओ-सहर के खुद ही असबाब बनेंगे
अल्लाह मेहरबान है, हमदर्द है रमज़ान
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
रमज़ान की आमद है सभी ख़ुशियाँ मनाओ
रोज़ा रखो क़ुरआन पड़ो, सर को झुकाओ
तस्बीह-ओ-तरावीह, मनाजात-ओ-दुआ से
रमज़ान की घड़ियों में गुनाहों को मिटाओ
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रोज़ेदारो सेहरी कर लो सेहरी का वक़्त हो चुका
रोज़ेदारो सेहरी कर लो सेहरी का वक़्त हो चुका
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
मिस्कीन रोज़ा रखते हैं, सेहरी नहीं खाते
इफ़्तार में ये हाल है रोटी नहीं खाते
अल्लाह ग़रीबो की मदद का मिले जज़्बा
कुछ मुफ़लिस-ओ-बीमार दवा भी नहीं खाते
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
रमज़ान करीम, रमज़ान करीम
रमज़ान में तो नफ़्ल है फ़र्ज़ों के बराबर
साइम के मुँह की ख़ुश्बू जैसे मुश्क और अम्बर
इफ़्तार कराने की फ़ज़ीलत ज़रा सुन लो
ऐसा है जैसे रोज़ा रखा खुद ही उजागर
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये
रमज़ान सब के लिये, रमज़ान सब के लिये