Gham-e-Duniya Se Kyun Ghabra Raha Hai Lyrics
Gham-e-Duniya Se Kyun Ghabra Raha Hai Lyrics ग़म-ए-दुनिया से क्यूँ घबरा रहा है तेरा हामी शह-ए-हर-दो-सरा है ख़ुदा की ने’मतों के हैं वो क़ासिम ज़माना उन का सदक़ा खा रहा है जहाँ में बट रहा है उन का सदक़ा ये ख़्वान-ए-जूद उन का ही बिछा है ज़मीन-ओ-आसमाँ और ख़ुल्द में … Read more