Ruhani ilaj o istikhara
Ruhani ilaj o istikhara बुज़ुर्गोँ ने फरमाया है कि जो शख्स हर शबे जुम्मा (यानी जुम्मा और जुमेरात की दरमियानी रात) इस दुरूद शरीफ को पाबंदी से कम से कम एक बार पढ़ेगा मौत के वक़्त सरकार ए मदीनाﷺ की ज़ियारत करेगा और क़ब्र में दाखिल होते वक़्त भी, यहाँ तक की वह देखेगा की … Read more