मदद कर मेरी दो जहाँनों के मालिक
मदद कर मेरी दो जहाँनों के मालिक मदद कर मेरी दो जहाँनों के मालिक मुसीबत में मैंने पुकारा है तुझ को गुनाहों के दलदल में मैं फस गया हूँ निकलने की राहें हुई बंद सारी वो नैया मेरी डूबती जा रही है बचा ले उसे तू ख़ुदावन्दे-बारी किसी से कोई वास्ता ही नहीं है तेरा …