क़ुर्बानी की दुआ हिंदी में – Qurbani Ki Dua In Hindi
अस्सलामो अलैकुम भाइयो और बहनो ! इस पोस्ट में हमने क़ुर्बानी की दुआ ( Qurbani Ki Dua Hindi Mein) ! और क़ुर्बानी की दुआ की हिंदी इमेज ( Qurbani Ki Dua Hindi Image ) ! और क़ुर्बानी की दुआ की इंग्लिश इमेज ( Qurbani Ki Dua English Image ) दोनों अपलोड की है !
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कोई भी दुआ या आयत पढ़े तो कोशिश कीजिये की अरबी ज़ुबान में ही लफ्ज़ अदा करे ! यहाँ हमने सिर्फ समझाने के लिहाज से हिंदी में क़ुरबानी की दुआ ( Qurbani Ki Dua Hindi Mai ) पोस्ट की है ! कुछ टाइपिंग में मिस्टेक हो तो मुआफ करे !
जानवर को बाएं पहलू पर तरह लिटाये की क़िब्ले को उसका मुंह हो ! और दाहिना पांव उसके पहलू पर रख कर यह दुआ पढ़े –
क़ुर्बानी की दुआ – Qurbani Ki Dua Hindi Mein
इन्नी वज्जहतु वजहि य लिल्लज़ी फ़ त रस्मावाति वल अर्दा हनीफँव व् मा अ न मिनल मुशरिकीन इन न सलाती व नुसुकी मह्या य व ममाती लिल्लाहि रब्बिल आलमीन * ला शरी क लहू व बि ज़ालि क उमिरतु व अ न मिनल मुस्लिमीन * अल्लाहुम्मा ल क व मिन क बिस्मिल्लाहि अल्लाहु अकबर *
कह कर ज़िबह करे , फिर यह दुआ पढ़े – Qurbani Ki Dua Hindi Mein
* अल्लाहुम्मा तकब्बल मिन्नी कमा तकब्बलता मिन ख़लीलिक इबराहीमा अलैहिस्सलामु व हबीबिक मुहम्मदिन सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम *
नोट- अगर क़ुर्बानी (Qurbani) अपनी तरफ से हो तो मिन्नी और अगर दूसरे की तरफ से ज़ब्ह किया हो ! तो मिन्नी कीं जगह मिन फला कहें ! यानी उसका नाम ले !
मतलब अल्लाहुम्मा तकब्बल मिन ( यहाँ जिसकी तरफ से क़ुरबानी हो उसका नाम ले जैसे- मिन कबीर , मिन नईम वगैरह ) कमा तकब्बलता मिन ख़लीलिक इबराहीमा अलैहिस्सलामु व हबीबिक मुहम्मदिन सल्लल्लाहु तआला अलैहि वसल्लम !
और अगर जानवर मुश्तरक ( शिरकत की कुर्बानी ) हो ! मतलब कुछ लोग मिलकर क़ुर्बानी कर रहे हो तो – ऊंट, भैंस वगेरह, तो फला ( मिन ) की जगह सब शरीको के नाम ले !
Qurbani Ki Dua In Hindi
Qurbani Ki Dua,
नोट – कुर्बानी (Qurbani) का जानवर अगर खुद ज़ब्ह ना कर सके तो किसी सुन्नी सहीहुल अकीदा ही से ज़ब्ह कराएं ! अगर किसी बद अकीदा और बेदीन वगेरह से क़ुर्बानी का जानवर ज़ब्ह कराया तो कुर्बानी नही होगी !
ईसीं तरह हरगिज़ हरगिज़ किसी बद मजहब व बेदीन के साथ कुर्बानी में हिस्सा ना लें ! वरना आपकी कुर्बानी भी जाया (बेकार) हो जाएगी ! और गुनाह का बोझ सर पर आएगा वो अलग है ! ख़याल रहे कि क़ुर्बानी का गोश्त वगेरह कुफ्फार व मुश्रिक़ीन को देना मना है !
( फ़तावा रज़विया, फतावा फेजुर्रसूल )
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Qurbani Ki Dua In English
Janwar Ko Baaye Pahlu Par Is Tarah Litaye Ki Kible Ki Taraf Uska Muh Ho Or Dahina Panw Uske Pahlu Par Rakh Kar Yah Dua Padhe
INNI WAJJAHTU WAJHIA LILLAZI FATARAS SAMAWAATI WL ARZ HANEEFA W MA ANA MINAL MUSHRIKEEN, INNA SALATI W NUSUKI W MAHYAYA W MAMATI LILLAHI RABBIL AALMEEN * LA SHARIKA LAHU, W BIZALIKA UMIRTU, W ANA AWWALUL MUSLIMEEN * ALLAHUMMA LA K WA MIN-K BIS MILLAHI ALLAHU AKBAR.
Kahkar Zibah Kare Fir Yeh Dua Padhe
ALLAHUMMA TAQABBALHU MINNI KAMA TAQBALLTA MIN HABIBIKA MUHAMMAD, W KHALILIKA IBRAHEEM ALIHISSLAM
Note- Agar Qurbani Apni Taraf Se Ho To Minni Or Dusre Ki Taraf Se Zibh Kiya Ho To Minni Ki Jagah Min Falaa Yaani Ki Uska Naam Le
Jis janwar K ek se Jyada hisse dar ho to gosht ko wazan kar ke banta jaye, andaze se nahi, us ke baad apni qurbani ke gosht ka 3 hissa kare, ek hissa apne ghar walon ke liye, dosra apne friends Ya Rishtedaro ke liye, aur tisra hissa garibon me bant de.
Qurbani Ki Dua