Main Aala Hazrat Waala Hun Hindi Lyrics

Main Aala Hazrat Waala Hun Hindi Lyrics

आ’ला हज़रत हमारी जान हैं
आ’ला हज़रत हमारी शान हैं

इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत
इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरा मज़बूत है ईमान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
लुटा दूंगा नबी पर जान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

बरेली वाले ईमां का कभी सौदा नहीं करते
मेरे मरकज़ की है ये शान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

नबी के इश्क़ में जिसने गुज़ारे रात-दिन अपने
मैं उस आशिक़ पे हूँ क़ुर्बान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

रसूलल्लाह को मैं जानता हूँ हाज़िर-ओ-नाज़िर
यही क़ुरआं का है एलान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत
इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

अगर मुन्किर में है हिम्मत तो मेरे सामने आए
लिए बैठा हूँ मैं क़ुरआन, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

आ’ला हज़रत हमारी जान हैं
आ’ला हज़रत हमारी शान हैं

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

नबी की आल का वो बे-अदब हो ही नहीं सकता
हुवा है जिस का भी एलान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

कलम से आज भी जिस के है गुस्ताख़-ए-नबी ज़ख़्मी
बरेली का है वो सुलतान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत
इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं सुन्नी के लिए बे-शक ! हवा का ठंडा झोंका हूँ
मुनाफ़िक़ के लिए तूफ़ान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

मैं दीवाना हूँ ए आसिम ! जनाब-ए-ग़ौस-ए-आज़म का
मेरी अख़्तर रज़ा हैं जान, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत
इमाम-ए-अहल-ए-सुन्नत, मेरे आ’ला हज़रत

मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ
मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ, मैं आ’ला हज़रत वाला हूँ

मेरे रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा, रज़ा रज़ा रज़ा

शायर:
आसिमुल क़ादरी रज़वी

नातख्वां:
हाफ़िज़ ताहिर क़ादरी और हाफ़िज़ अहसन क़ादरी

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