Muhammad Ke Ghulamon Ka Kafan Maila Nahi Hota Lyrics
ZAMEEN MAILI NAHI HOTI NAAT SHARIF
नात शरीफ | जमी मैली नहीं होती कफन मैला नहीं होता |
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भाषा | हिंदी, इंग्लिश |
शायर | सय्यिद नासिर हुसैन चिश्ती |
नात-ख़्वाँ | शहबाज़ क़मर फ़रीदी, हाफ़िज़ अहमद रज़ा क़ादरी, ग़ुलाम मुस्तफ़ा क़ादरी |
पोस्ट तारीख | 09/09/2022 |
पोस्ट अपडेट | 09/09/2022 |
केटेगरी | नात शरीफ |
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अन्य | अलविदा अलविदा नात शरीफ |
ZAMEEN MAILI NAHI HOTI NAAT LYRICS
ज़मीं मैली नहीं होती, ज़मन मैला नहीं होता
मुहम्मद के ग़ुलामों का कफ़न मैला नहीं होता
मोहब्बत कमली वाले से वो जज़्बा है सुनो, लोगो !
ये जिस मन में समा जाए, वो मन मैला नहीं होता
मोहब्बत प्यारे आक़ा से वो जज़्बा है सुनो, लोगो !
ये जिस मन में समा जाए, वो मन मैला नहीं होता
नबी के पाक लंगर पर जो पलते हैं कभी उन की
ज़बाँ मैली नहीं होती, सुख़न मैला नहीं होता
गुलों को चूम लेते हैं सहर नम शबनमी क़तरे
नबी की ना’त सुन लें तो चमन मैला नहीं होता
जो नाम-ए-मुस्तफ़ा चूमें, नहीं दुखती कभी आँखें
पहन ले प्यार जो उन का, बदन मैला नहीं होता
तिजोरी में जो रखा है सियाही आ ही जाती है
बटे जो नाम पर उन के वो धन मैला नहीं होता
नबी का दामन-ए-रह़मत पकड़ लो, ए जहाँ वालो !
रहे जब तक ये हाथों में, चलन मैला नहीं होता
मैं नाज़ाँ तो नहीं फ़न पर मगर, नासिर ! ये दा’वा है
सना-ए-मुस्तफ़ा करने से फ़न मैला नहीं होता
शायर:
सय्यिद नासिर हुसैन चिश्ती
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Zameen maili nahi hoti, zaman maila nahi hota
Zameen mali nahi hoti, zaman maila nahin hota
Muhammad (SAW) kay gulamon ka kafan maila nahi hota.
Mohabbat Kamli wale say, woh jazba hai suno logo
Yeh jis man main sama jaaye, woh mann maila nahi hota.
Muhammed (SAW) ke gulamon ka kafan maila nahi hota.
Gulon ko choom laite, hain seharnam shabnami qatre
Nabi (SAW) ki naat sun lein tu, chaman maila nahi hota.
Muhammad (SAW) ke gulamon ka kafan maila nahi hota.
Muhammad (SAW) ke gulamon ka kafan maila nahi hota.
Jo Naam-e-Mustafa (SAW) chumein, nahi dukhti kabhi ankhein
Pehen le pyaar jo Unka, badan maila nahi hota.
Muhammad ke gulamon ka kafan maila nahi hota
Nabi (SAW) ka daman-e-rehmat pakar lo aey jahan walo
Rahe jab tak yeh hathon main, chalan maila nahi hota.
Muhammad (SAW) ke gulamon ka kafan maila nahi hota
Main nazan tu nahi fanpan magar Nasir yeh dawa hai
Sana-e-Mustafa (SAW) karne se fan maila nahi hota.
Muhammad (SAW) ke gulamon ka kafan maila nahi hota.
जमी मैली नहीं होती कफन मैला नहीं होता नात शरीफ
- ज़मीं मैली नहीं होती, ज़मन मैला नहीं होता
- मुहम्मद के ग़ुलामों का कफ़न मैला नहीं होता
- मोहब्बत कमली वाले से वो जज़्बा है सुनो, लोगो
- ये जिस मन में समा जाए, वो मन मैला नहीं होता
- नबी के पाक लंगर पर जो पलते हैं कभी उन की
- ज़बाँ मैली नहीं होती, सुख़न मैला नहीं होता
- गुलों को चूम लेते हैं सहर नम शबनमी क़तरे
- नबी की ना’त सुन लें तो चमन मैला नहीं होता
- जो नाम-ए-मुस्तफ़ा चूमें, नहीं दुखती कभी आँखें
- पहन ले प्यार जो उन का, बदन मैला नहीं होता
- तिजोरी में जो रखा है सियाही आ ही जाती है
- बटे जो नाम पर उन के वो धन मैला नहीं होता
- नबी का दामन-ए-रह़मत पकड़ लो, ए जहाँ वालो
- रहे जब तक ये हाथों में, चलन मैला नहीं होता
- मैं नाज़ाँ तो नहीं फ़न पर मगर, नासिर
- ये दावा है सना-ए-मुस्तफ़ा करने से फ़न मैला नहीं होता